सरकार के नियम का सरकारी महकमा उड़ा रहा धज्जियां
आजमगढ़ थाना प्रभारी निजामाबाद की सरकारी गाड़ी पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का नदारद होना, सरकार के आदेश की उड़ाई जा रही है धज्जियाँ जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है । इस पर तो एक कहावत सटीक बैठ रही है की चिरागें तले अंधेरा कानून का रखवाला ही कानून को तोड़ता फिरेंगा तो आम जनता का क्या हाल होगा।
निजामाबाद थाना प्रभारी हीरेंद्र प्रताप सिंह जिस सरकारी गाड़ी से क्षेत्र का भ्रमण करते हैं उस गाड़ी में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नंबर आज तक नहीं लग पाया। चाहें वह सरकार का नियम हो या फिर ट्रैफिक पुलिस का सभी नियमों को ताक पर रखते हुए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग पाया।
सरकार ने सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का आदेश दिया है ताकि सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके और लोगों को जागरूक किया जाए और
अवैध वाहनों की पहचान की जा सके। लेकिन निजामाबाद में थाना प्रभारी की सरकारी गाड़ी पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का न लगना एक गंभीर सवाल खड़ा करता है।
क्षेत्र में चर्चा है कि यदि कानून का सूत्रधार ही कानून का पालन नहीं कर रहा है, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है। थाना प्रभारी की गाड़ी पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का न होना सरकारी आदेशों के प्रति लापरवाही का संकेत है।
हाल ही में कई दुर्घटनाओं और अपराधों में बेतरतीब नंबर प्लेटों की पहचान एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुकी है। इससे न केवल सुरक्षा के लिहाज से चिंता बढ़ गई है, बल्कि यह आम लोगों के मन में पुलिस के प्रति अविश्वास भी पैदा करता है।
स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि थाना प्रभारी की गाड़ी पर जल्द से जल्द हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी सरकारी वाहनों पर यह व्यवस्था लागू हो।
निजामाबाद के नागरिकों ने यह भी सुझाव दिया है कि यदि पुलिस प्रशासन नागरिकों के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम नहीं है, तो उन्हें गंभीरता से विचार करना चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितने सजग हैं।
यह स्थिति स्पष्ट करती है कि कानूनी व्यवस्था का पालन न केवल आम लोगों के लिए, बल्कि सरकारी अधिकारियों के लिए भी आवश्यक है।