कौन सुनेगा इन पंचायत सहायको की आवाज
लखनऊ जहा सरकार अपनी योजना जन जन तक पहुंचाने के लिए हर ग्राम पंचायत में पंचायत सहायक की मेरिट के आधार पर नियुक्ति की है ताकि सरकार की कोई भी योजना हो उसको गांव वालों को समझा सके और उनको उसका लाभ दिलवा सके पंचायत सहायक का कार्य जैसे केन्द्र सरकार की योजना आयुष्मान भारत जन अरोग्य योजना है अब पंचायत सहायक इस योजना का कार्ड घर घर जाके या कैंप लगा के बनाते है इस कार्ड के बनने के बाद हर व्यक्ति को पूरे 5 लाख तक का लाभ मिलता है ।लेकिन अब पंचायत सहायको की समस्या पर आते है पंचायत सहायक के वेतन जीसकी जिम्मेदारी ग्राम विकास अधिकारी की होती है।लेकिन जब हम लोगो ने कुछ ग्राम पंचायत सहायक से बात किया तो पता चला की किसी पंचायत सहायक का वेतन 6,महीने का रोका गया है ,तो किसी का 15,महीने का किसी का 8 महीने का जब हम लोगो ने कहा की ग्राम विकास अधिकारी से अपने वेतन के लिए कहिए तो उनका कहना है की सिर्फ वेतन के नाम पे टाल मटोल करते है ,आयुष्मान कार्ड कुछ लोगो का नही बन पा रहा है मोबाइल नंबर न जुड़े होने के कारण जब हम लोगो ने कहा की बिना फिंगर प्रिंट मशीन के नही बन पाएगा हम लोगो को फिंगर प्रिंट मशीन के व्यवस्था करवाइए तो कहते है अपने पैसे का ले जब वेतन ही नहीं दे रहे तो फिंगर प्रिंट मशीन कहा से ले लेकिन आपको बता दें की कई आरोपों में घिरें है कई भ्रष्ट ग्राम विकास अधिकारी अगर समय रहते जिला अधिकारी गढ़ इन के खिलाफ ठोस फैसला नहीं लिए तो सरकार की कई योजना हर ग्राम वासी तक नहीं पहुंच पाएगी।
ब्यूरो रिपोर्ट क्राइम एक्सप्रेस