24 घंटे में अपराधियों ने दो बार दी चुनौती
आजमगढ़ निजामाबाद थाना क्षेत्र में अपराध बेलगाम होता जा रहा है। 24 घंटे के भीतर दो बड़ी आपराधिक घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार रात जहां बाइक सवार बदमाश जन सेवा केंद्र संचालक से 84 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए, वहीं मंगलवार शाम ग्राम प्रधान प्रकाश यादव पर चुनहटा गांव के पास ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई।
ग्राम प्रधान को तीन गोलियां लगीं—पेट और पैर में—और हालत गंभीर होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। इस दुस्साहसिक वारदात से पूरे क्षेत्र में दहशत है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि दोनों वारदातें पुलिस थाने से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर हुईं, फिर भी न तो कोई गिरफ्तारी हुई है, न ही कोई ठोस कार्रवाई।
घायल प्रधान के भतीजे ने इस हमले को प्रधानी चुनाव की रंजिश बताया और तीन लोगों के नाम भी लिए, मगर पुलिस अब तक सिर्फ "जांच" का रटा-रटाया बयान दे रही है।
अब सवाल ये उठता है:
क्या निजामाबाद थाना सिर्फ कागजों में सक्रिय है?
जब प्रधान तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की उम्मीद किससे करें
पुलिस गश्त, मुखबिर तंत्र और खुफिया नेटवर्क कहां सो रहा है?