परिजनों ने जताई गहरी चिंता भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार
आजमगढ़ जिले के रानी की सराय थाना क्षेत्र के शाह कुद्दनपुर गांव निवासी नसीम हैदर रिजवी की 23 वर्षीय बेटी अलीशा रिजवी पिछले दो साल से ईरान के तेहरान यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। लेकिन अब ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालात के बीच परिवार की चिंता गहराती जा रही है।
परिजनों का कहना है कि उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से सूचना मिली है कि सुरक्षा कारणों से अलीशा को किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है, लेकिन युद्ध की स्थिति को देखते हुए यह भी पर्याप्त नहीं लगता। अलीशा के पिता नसीम हैदर ने बताया कि जब से यह खबर मिली है, तब से पूरा परिवार मानसिक तनाव में है और दिन-रात बस बेटी की सलामती की दुआ कर रहा है।
उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास इस मामले में हस्तक्षेप करे और अलीशा समेत सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया जाए।
परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो बड़ी अनहोनी भी हो सकती है।