जिलाधिकारी द्वारा पांच विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस के बाद यह छठवा विद्यालय भी चर्चा का बना केंद्र
आजमगढ़ के सरायमीर क्षेत्र के खानकाह मोहल्ले में स्थित पब्लिक गर्ल्स डिग्री कॉलेज एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मुद्दा और भी गंभीर है — स्थानीय लोगों का कहना है कि एक ही ज़मीन के दस्तावेज दिखाकर दो-दो शिक्षण संस्थानों की मान्यता ली जा रही है।
पहले इस ज़मीन पर डिग्री कॉलेज की मान्यता ली गई।
अब उसी ज़मीन को आधार बनाकर 'पब्लिक मॉन्टेसरी स्कूल' खोल दिया गया है।
जनता का बड़ा सवाल — क्या यह वैधानिक है? क्या एक ही भूखंड पर दो अलग-अलग शैक्षिक मान्यता ली जा सकती है, वो भी बिना किसी पारदर्शी प्रक्रिया के?
स्थानीय नागरिकों ने यह भी बताया कि:
डिग्री कॉलेज कई बार नकल जैसे मामलों में चर्चा में रहा।
ये डिग्री कॉलेज पहले से ही नक़ल के लिए बदनाम है
अब जब कॉलेज में छात्रों की संख्या घटी, तो उसी ज़मीन पर "कॉन्वेंट स्कूल" खोल दिया गया।
कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है कि नए स्कूल को मान्यता मिली भी है या नहीं।
सबसे बड़ा तकनीकी सवाल:
अगर ज़मीन पर पहले से कोई शैक्षिक संस्था पंजीकृत है, तो क्या उसी ज़मीन को दोबारा किसी और नाम से दिखाकर दूसरी मान्यता लेना कानूनी रूप से सही है?
हमारा मकसद किसी संस्था को बदनाम करना नहीं, बल्कि शिक्षा के नाम पर चल रही प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और वैधता पर सवाल उठाना है।
हम प्रशासन से अपील करते हैं कि
इस ज़मीन से जुड़ी दोनों संस्थाओं के दस्तावेज़ों की जांच की जाए।
दोनों संस्थानों की मान्यता, निर्माण अनुमति, छात्र संख्या और शिक्षक योग्यता को सार्वजनिक किया जाए।
यह स्पष्ट किया जाए कि यह संचालन शिक्षा विभाग की नज़र में वैध है या नहीं।
यह रिपोर्ट केवल जनचर्चा और सामने आई जानकारी के आधार पर बनाई गई है। हमारा उद्देश्य सिर्फ शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है, न कि किसी संस्था या व्यक्ति को अपमानित करना।