विपक्षियों पर गरजे पीएम मोदी
चुनावी जनसभा को संबोधित करने निजामाबाद के गंधुवई पहुंचे पीएम मोदी ने भोजपुरी से जनता का अभिवादन कर अपने संबोधन की शुरूआत किया। उन्होंने कहा कि सब भैया बहिनी के पांव लगत हई। उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व मैं वाराणसी में था। वहां जो माहौल बना, जिस तरह से काशीवासियों ने लोकतंत्र का उत्सव मनाया। वैसा कभी पूर्व में नहीं दिखा।
उन्होंने कहा कि देश की एकता, अखंडता व संविधान की रक्षा के लिए सीएए लागू किया जाना जरूरी था, जिसे हमने किया और किसी के बाप की हिम्मत नहीं है कि सीएए को हटा दे। सपा-कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शहजादों ने अपनी दुकान चलाने के लिए आजमगढ़, प्रदेश व देश का विकास नहीं होने दिया।
उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। हिंदुस्तान के हर कोने में कन्याकुमारी से कश्मीर तक और अटक से कटक तक सब ओर इस उत्सव की उमंग है। यही उत्सव लोकतंत्र की वह ताकत है जिस पर दुनिया का ध्यान गया। पहली बार है कि दुनिया के अखबारों में पहले पेज पर भारत के लोकतंत्र के उत्सव की खबरे छाई हुई है।
उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है। हिंदुस्तान के हर कोने में कन्याकुमारी से कश्मीर तक और अटक से कटक तक सब ओर इस उत्सव की उमंग है। यही उत्सव लोकतंत्र की वह ताकत है जिस पर दुनिया का ध्यान गया। पहली बार है कि दुनिया के अखबारों में पहले पेज पर भारत के लोकतंत्र के उत्सव की खबरे छाई हुई है।
आपका प्रेम और आपका आशीर्वाद, आपका स्नेह दुनिया को अचरज कर रहा है। दुनिया देख रही है कि भारत के लोगों को मोदी की गारंटी पर कितना भरोसा है। इसलिए साथियों मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है, इसका ताजा उदाहरण आज का कानून है।
आपने देखा होगा कानून के तहत शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का काम शुरू हो गया है। काफी संख्या में हिन्दू, जैन, पारसी जो शरणार्थी बन लंबे अरसे से हमारे देश में रह रहे हैं। यह वे लोग हैं, जो धर्म के नाम पर हुए भारत के बंटवारे के शिकार हुए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यहां महात्मा गांधी का नाम लेकर लोग सत्ता की सीढ़ियों पर तो चढ़ जाते हैं लेकिन महात्मा गांधी की बातों को याद नहीं रखते।