खेत में छिपा था इतना खतरनाक जानवर फुफकार सुन सहम गए लोग
Up Crime Expressमई 01, 20240
घंटो मशक्कत के बाद किया गया रेस्क्यू
सोनभद्र जिले में बुधवार को एक छह फीट लंबा मगरमच्छ पकड़ा गया। खेत के पास मगरमच्छ को देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। टीम सक्रिय हुई और मौके पर पहुंचकर मरमच्छ का रेस्क्यू कर रिट्ठी बांध जलाशय में छोड़ दिया। नदी-तालाबों में पानी कम होने के बाद जलीय जीवों के आबादी क्षेत्रों में पहुंचने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बुधवार को घोरावल वन क्षेत्र के अंतर्गत मझिगवां मिश्र गांव में आवासीय बस्ती के पास खेत में मगरमच्छ मिलने से ग्रामीण सहम गए। वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ का रेस्क्यू कर रिट्ठी बांध जलाशय में छोड़ दिया। यह है पूरा मामला बीते दस दिन में अलग- अलग गांवों से तीन मगरमच्छ आवासीय बस्ती व खेतों से पकड़े जा चुके हैं। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के मझिगवां मिश्र गांव में दया मिश्रा के घर के पास खेत में बुधवार सुबह ग्रामीणों ने 6 फीट लंबे मगरमच्छ को देखा। मगरमच्छ मिलने की सूचना पर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई। उसकी फुंफकार सुनकर लोग सहम उठे। इसी बीच किसी ने मगरमच्छ मिलने की जानकारी वन विभाग को दी। वन क्षेत्राधिकारी सुरजू प्रसाद के निर्देश पर वन दारोगा राजन मिश्रा, अमलेश यादव, ओमप्रकाश विश्वकर्मा व ओमप्रकाश पाल की टीम मगरमच्छ मिलने की जानकारी प्राप्त होते ही मौके पर पहुंची। रस्सी व बांस के सहारे करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़ लिया और रिट्ठी बांध जलाशय में सुरक्षित छोड़ दिया। अधिकारी ने ग्रामीणों ने की ये खास अपील वन क्षेत्राधिकारी सुरजू प्रसाद ने बताया कि बुधवार सुबह मझिगवां मिश्र गांव में आवासीय बस्ती के पास खेत में 6 फीट लंबा नर मगरमच्छ पकड़ा गया, जिसे रिट्ठी बांध जलाशय में छोड़ दिया गया। गर्मी के महीने में नदी तालाब सूखने से मगरमच्छ भोजन व पानी की तलाश में भटक कर ग्रामीण इलाकों में आ सकते हैं। ऐसे में बेलन नदी, बकहर नदी और तालाबों के आसपास के इलाकों में मगरमच्छ मिलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने अपील की है कि ग्रामीण इलाकों में खेतों और झाड़ियों के पास सावधानी पूर्वक आवागमन करें। लोग सतर्क रहें और कहीं भी मगरमच्छ दिखाई दे तो तत्काल वन विभाग को सूचना दें। उन्होंने बताया कि वन विभाग समय-समय पर ग्रामीण इलाकों में जागरूकता कार्यक्रम कर मगरमच्छ से सुरक्षा व बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करता रहता है।