खेल और शिक्षा दोनों में लहराया परचम
हर जिले की पहचान उसके बच्चे होते हैं… और जब बच्चे मेहनत से कामयाबी की ऊंचाई पर पहुंचते हैं, तो पूरा जनपद गर्व महसूस करता है।"
आजमगढ़ में भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब शिक्षा और खेल के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करने वाले बच्चों को जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सम्मानित किया।
68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले जनपद के तीन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में से एक को जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सम्मानित किया, वहीं बाकी दो होनहारों को आज जनपद स्तर पर टैबलेट, मेडल, डेमो चेक और प्रशस्ति पत्र भेंट कर उनकी उपलब्धियों की सराहना की गई।
खेल के मैदान के साथ-साथ पढ़ाई के क्षेत्र में भी आजमगढ़ के बच्चों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से जिले का नाम रोशन किया है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा आयोजित वर्ष 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 21 छात्र-छात्राओं को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि इन बच्चों के कठिन परिश्रम, अनुशासन और आत्मविश्वास की पहचान है।
इन्हीं होनहारों में से एक आदर्श यादव पुत्र छोटे लाल यादव, ग्राम नरईपुर ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 90.6% अंक (500 में से 453 अंक) प्राप्त कर जिले में पाँचवीं रैंक हासिल की।
वे मां संत राजी देवी इंटर कॉलेज सड़वांहा सरायमीर, आजमगढ़ के छात्र हैं। विद्यालय के प्रबंधक कमलेश चौहान और प्रधानाचार्य विजय कुमार प्रजापति ने उनकी जमकर सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा –
"जो बच्चे आज आगे आए हैं, उनकी मेहनत रंग लाई है। मैं चाहता हूं कि बाकी बच्चे भी मेहनत करें, लगन से पढ़ें-लिखें और खेलें, ताकि अगली बार उन्हें भी जिले, प्रदेश और देश स्तर पर पहचान मिले।"
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में आजमगढ़ के बच्चे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेंगे।
सम्मान समारोह में बच्चों के साथ उनके अभिभावक और शिक्षक भी मौजूद रहे, जिनकी आंखों में गर्व और खुशी साफ झलक रही थी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार समेत कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे और सभी ने बच्चों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।