उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में मौजूद लुलु मॉल विवाद पर बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग मॉल को लेकर राजनीति का अड्डा बनाने, अनावश्यक बयानबाज़ी कर और उसके नाम पर प्रदर्शन करके लोगों के आवागमन को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं. सख्त कार्रवाई की बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, "लखनऊ के प्रशासन से कहा गया कि अराजकता पैदा करने और सांप्रदायिक विद्वेष की स्थिति पैदा करने की जो कोशिश हो रही है
इसे लखनऊ प्रशासन को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए. किसी भी शरारत को स्वीकार नहीं किया जाएगा. माहौल ख़राब करने वालों से सख्ती से निपटना चाहिए." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को भी सड़क पर कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़े. क्या है विवाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 जुलाई को लुलु मॉल का उद्घाटन किया था. इसे लखनऊ का सबसे बड़ा मॉल बताया जा रहा है.मॉल में नमाज़ पढ़े जाने का एक वीडियो सामने आने के बाद से ये विवादों में बना हुआ है. इस वीडियो के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा नाम के एक हिंदूवादी संगठन ने गुरुवार को मॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और इस पर बुलडोज़र चलाने की मांग की. हालांकि पिछले साल, योगी आदित्यनाथ सरकार ने सार्वजनिक इलाक़ों में धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था. ये फ़ैसला सड़क पर नमाज़ पढ़े जाने को लेकर हुए विवाद के बाद लिया गया था.