उज्मा का आरोप है कि वो हजरतगंज की मल्टीलेवल पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर निकल रही थीं। तभी बाइक से आए चार युवकों ने उन पर फायर झोंक दिया। मौके से खोखा बरामद हुआ है, लेकिन पुलिस घटना को संदिग्ध बता रही है।
CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट से चर्चा में आईं AIMIM की पूर्व विधानसभा प्रत्याशी उज्मा परवीन पर मंगलवार रात गोली चल गई। उज्मा का आरोप है कि वो हजरतगंज की मल्टीलेवल पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर निकल रही थीं। तभी बाइक से आए चार युवकों ने उन पर फायर झोंक दिया। मौके से खोखा बरामद हुआ है, लेकिन पुलिस घटना को संदिग्ध बता रही है।
उज्मा परवीन के मुताबिक, वो रात करीब 9 बजे अपनी दोस्त तबस्सुम के साथ हजरतगंज गई थीं। मार्केट में जाने के लिए वो गाड़ी मल्टीलेवल पार्किंग में खड़ी कर निकल रहीं थीं। तभी दो बाइक से चार युवक आए। उन्होंने बाजारखाला थाने में दर्ज मुकदमे को वापस लेने की धमकी दी। वो कुछ समझ पाती इसके पहले एक युवक ने असलहा निकाला और उनके पैर में सटा दिया। उन्होंने युवक का हाथ पकड़ लिया। इतने में गोली चल गई। गोली जमीन में लगी जिससे वो बाल-बाल बच गईं।
कर्नाटक के अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज करवाई थी रिपोर्ट
उज्मा ने बताया कि वो सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहती हैं। कुछ महीने से उन्हें कर्नाटक के एक नंबर से जान से मारने की धमकी मिल रही थी। इसके खिलाफ उन्होंने बाजारखाला थाने में 14 मई को एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मंगलवार रात आए हमलावरों ने इसी केस को वापस लेने का दबाव बनाया। उनका कहना है कि खुद के जान के खतरे की आशंका जताते हुए उन्होंने पुलिस से कई बार शिकायत भी की थी।
मजहबी विवादों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं उज्मा
उज्मा का नाम पहली बार तब चर्चा में आया जब उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन का लखनऊ में नेतृत्व किया था। इसके लिए उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। हाल ही में बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के पैगम्बर को लेकर दिए गए बयान का भी उज्मा ने विरोध किया था। उन्होंने इसके खिलाफ लखनऊ में प्रोटेस्ट का ऐलान किया, जिस पर पुलिस ने 4 जून को उन्हें हाउस अरेस्ट किया था। अभी लुलु मॉल में नमाज विवाद पर भी वो लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रही थीं।
ओवैसी की पार्टी AIMIM से थीं विधानसभा प्रत्याशी
उज्मा ने 2021 में ओवैसी की पार्टी AIMIM जॉइन किया था। 2022 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने प्रदेश प्रवक्ता असीम वकार को लखनऊ पश्चिमी सीट से टिकट दिया, लेकिन वकार ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। इस पर उज्मा की सक्रियता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया था।
पुलिस कह रही कि किसी ने नहीं सुनी गोली की आवाज
इंस्पेक्टर हजरतगंज अखिलेश कुमार मिश्रा का कहना है कि उज्मा की सूचना पर पुलिस तत्काल घटनास्थल पहुंची थी। पुलिस ने आसपास मौजूद लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने गोली की आवाज सुनाई देने की पुष्टि नहीं की। इसलिए घटना संदिग्ध लग रही है। फिलहाल पार्किंग और उस तरफ के सभी रास्तों पर लगे CCTV कैमरे खंगाले जा रहे हैं।