आजमगढ़ जिले के प्राचीन धार्मिक स्थलों में अवंतिकापुरी धाम एक ऐसा धार्मिक स्थल है जिसके बारे में वहां के निवासी राजेश तिवारी मीडिया से रूबरू हो विस्तार से वर्णन करते हुए बताएं कि हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि प्राचीन काल में राजा जन्मेजय को श्रृंगी ऋषि ने श्राप दे दिया था जिसके परिणाम स्वरूप राजा को कत्थक विषधर नाग के काटने से उनकी मृत्यु हो गई इसके उपरांत इसी स्थान पर एक बहुत विशालकाय सर्प यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें लगभग अट्ठासी हजार ऋषि मुनियों ने एक साथ बैठकर यज्ञ किए वही यज्ञ कुंड आज तालाब के रूप में परिवर्तित हो गया है यहां के निवासियों ने बताया कि कुछ समाजसेवी लोगों के प्रयास से एक बार इस स्थान के बारे में पूर्व डीएम के एन मीणा को अवगत कराया गया तो उन्होंने पुरातत्व टीम से इसकी जांच करवाई जिसमें कुछ पुराने धातु के सिक्के मिले और पुरातत्व विभाग की टीम ने यह भी बताया कि इस मंदिर के नीचे एक और मंदिर है और यह तालाब पूर्ण रूप से सीमेंटेड है जो इस समय कच्चे तालाब के रूप में परिवर्तित हो गया है यहां के निवासियों ने बताया कि इससे भी बड़ा विशाल मेला प्रत्येक वर्ष कार्तिक महीने में कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगता है जिसमें लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था, विश्वास और श्रद्धा के साथ स्नान कर पूजा अर्चना करते हैं वही आज इस प्राचीन धर्म स्थल पर महाशिवरात्रि पर्व होने के कारण हजारों श्रद्धालु इकट्ठा हुए जिसमें थाना अध्यक्ष रानी की सराय के साथ एसआई एन जेड खान तथा पूर्व थानाध्यक्ष नंदकिशोर तिवारी अपने दल बल के साथ तैनात रहे परिणाम स्वरूप आज उस मेले में एक वर्ष की लड़की मेले में खो जाने पर पुलिस प्रशासन की मदद से दस मिनट के अंदर उनके परिवार से मिलवाने पर लोगों द्वारा रानी की सराय पुलिस प्रशासन की सराहना करते पाया गया