कानपुर जिले में एक पति ने ससुराल में जाकर अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि महिला आशा कार्यकर्ता थी और अपनी नाबालिग बेटी की शादी का विरोध कर रही थी। हालांकि मामले में पुलिस ने पति सहित अन्य तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं, जिसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है।जानकारी के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र के मदनपुर रामदत्त नगर गांव निवासी महेश पाल ने बेटी ममता की शादी 18 वर्ष पहले मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव कुरार निवासी सुखवीर के साथ की थी। ममता आशा कार्यकर्ता थी और सुखबीर शराब पीने का आदी था। दस साल पहले सुखबीर ने पत्नी ममता के सिर में कुल्हाड़ी मार दी थी। इसके बाद ममता के पिता महेश ने सुखबीर के खिलाफ मेरापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना के बाद से ही ममता मायके में रहने लगी थी।
कुछ दिनों के बाद सुखबीर ने पत्नी ममता से समझौता कर लिया और उसको घर ले आया था। सुखवीर ने नाबालिग बेटी रूचि की शादी अपने भांजे से तय कर दी थी। 24 अप्रैल को बरात आने वाली थी। ममता शादी का विरोध कर रही थी। 16 अप्रैल को ममता के विरोध करने पर सुखवीर ने उसके साथ मारपीट की। ममता ने पति के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। सूचना पर भाई कुलदीप ममता व भांजी नीरू को मायके बु़ला लाया था। रविवार रात पिता महेश व मां राजेश गेहूं की फसल काटने गए थे। परिवार के अन्य लोग जनपद हरदोई में विवाह समारोह में शामिल होने चले गए। रात को लगभग 11.30 बजे सुखवीर बाइक से ससुराल पहुंचा। वहां उसने पत्नी से गाली-गलौज कर मारपीट की। विरोध करने पर उसके सीने में तमंचे से गोली मार दी। बेटी ने नीरू ने शोर मचाया। मामी कुसुम को गोली मारने की जानकारी दी। कुछ देर बाद मदनपुर चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस मौके पर पहुंची। परिजन ममता को अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन खिमसेपुर पहुंचने पर ममता की मौत हो गई। पुलिस व फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच पड़ताल कर नमूने लिए। पुलिस ने आरोपी सुखवीर सहित उसके दो भाइयों को हिरासत में ले लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम में ममता की मौत गोली लगने से अधिक खून बहने के कारण होना बताई गई। बुलेट सीने से आर-पार हो गया था। एएसपी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि पति ने पत्नी से विवाद के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी है। मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। आशा कार्यकर्ता ममता के पुत्र रवि, प्रवीण व पुत्री रूचि व नीरू का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घटना के दौरान दोनों पुत्र व पुत्री रूचि अपने घर पर थे। मां की गोली मारकर हत्या की जानकारी होने पर वह घटनास्थल पर आए।