जरा सी देर होती तो आज किसी का आंगन सूना हो जाता
बिहार से एक ऐसा हादसा सामने आया, जिसने हर उस शख्स को हिला दिया जो मानसून में परिवार संग घूमने का प्लान बना रहा है।
रविवार यानी संडे को कुछ परिवार छुट्टी का आनंद लेने पास के एक वाटरफॉल पर पहुंचे थे।
हर ओर खुशियां थीं, बच्चे खेल रहे थे, लोग सेल्फी ले रहे थे — लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि कुदरत कब कहर बनकर टूट पड़ेगी।
अचानक मौसम बदला, आसमान में बादल गरजे और कुछ ही पलों में वाटरफॉल पर पानी का बहाव बेकाबू हो गया।
6 बच्चियां जो किनारे पर खेल रही थीं, वो अचानक तेज़ धारा में बहने लगीं।
वहां चीख-पुकार मच गई।
कुछ लोग तो डर के मारे पीछे हट गए, लेकिन कुछ बहादुर युवकों ने जान की परवाह किए बिना छलांग लगाई और बच्चियों को बचाने में जुट गए।
काफी मशक्कत के बाद सभी बच्चियों को बाहर निकाल लिया गया।
इस घटना ने साफ़ कर दिया है कि मानसून में बहते पानी या वाटरफॉल पर जाना कितना जोखिम भरा हो सकता है।
कई बार मस्ती के चक्कर में हम ज़िंदगी को खतरे में डाल देते हैं।
इसलिए आप सभी से निवेदन है
कृपया बच्चों और परिवार को इस मौसम में वाटरफॉल, नहर या नदी किनारे पिकनिक पर न ले जाएं।
एक छोटी सी लापरवाही, पूरी ज़िंदगी का पछतावा बन सकती है।